40+ अपठित गद्यांश: अद्भुत गद्यांशों का खजाना

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40+ अपठित गद्यांश: अद्भुत गद्यांशों का खजाना

40+ अपठित गद्यांश

इस संग्रह में 40 से अधिक अपठित गद्यांश शामिल हैं। हर गद्यांश में रुचिकर विषयों पर आधारित वाक्यांशों का समावेश किया गया है, जो उन परीक्षाओं के प्रश्नों के रूप में प्रयोग किए जा सकते हैं। इन गद्यांशों को पढ़ने के बाद, आपको प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले गद्यांश पर आधारित प्रश्नों के समाधान करने में सहायता मिलेगी और आपकी वाक्यांशिक क्षमता भी सुधारेगी।

यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो इन अपठित गद्यांशों को नियमित रूप से पढ़ने से आपकी स्वतंत्र विचारधारा एवं विचारशक्ति में वृद्धि होगी। दिए गए गद्यांश पर आधारित प्रश्न और उत्तर की उचित समय में अभ्यास करने से आप परीक्षा में अपठित गद्यांश के प्रश्नों को सही समय पर उत्तर देने की क्षमता विकसित करेंगे।

हम आशा करते हैं कि इस संग्रह में दिए गए 40+ अपठित गद्यांश आपके प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में सहायक साबित होंगे। इन गद्यांशों का पाठन करने के बाद, आपकी प्रतिभा में सुधार होगा और आपको प्रश्नों का सही उत्तर देने की क्षमता विकसित होगी।

संग्रहित सामग्री

  1. परिचय
  2. अपठित गद्यांश क्या होते हैं?
  3. हमें अपठित गद्यांश क्यों पढ़ने चाहिए?
  4. अपठित गद्यांश कैसे पढ़ें?
  5. अपठित गद्यांश के लाभ
  6. अपठित गद्यांश को हल करने से पूर्व किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। 
  7. विभिन्न कक्षाओं के लिए अपठित गद्यांश
    • कक्षा 1 के लिए अपठित गद्यांश
    • कक्षा 2 के लिए अपठित गद्यांश
    • कक्षा 3 के लिए अपठित गद्यांश
    • कक्षा 4 के लिए अपठित गद्यांश
    • कक्षा 5 के लिए अपठित गद्यांश
  1. संक्षेप में
  2. अपठित गद्यांश से जुड़े 5 महत्वपूर्ण सवालों के जवाब
  3. सारांश

परिचय

नमस्ते बच्चों! आज मैं आपके साथ अपठित गद्यांश के बारे में बात करने वाला हूँ। यह एक बहुत ही मजेदार और शिक्षाप्रद विषय है जिसे आप सभी बच्चे आसानी से समझ सकते हो। तो चलिए, हम शुरू करते हैं!

अपठित गद्यांश क्या होते हैं?

अपठित गद्यांश या पद्यांश क्या होते हैं, यह बहुत ही सरल है। जब हमारे पास कोई पाठ्यपुस्तक होती है, तो उसमें कई गद्यांश भी होते हैं। लेकिन अपठित गद्यांश का अर्थ होता है कि उन गद्यांशों को हमें सिर्फ पढ़ना नहीं होता, अर्थात्, हमें उनका मतलब समझना होता है और इसे हम अपनी भाषा में लिखकर उत्तर देना होता है। ये गद्यांश हमें हमारे पठन कौशल को सुधारने में मदद करते हैं।

हमें अपठित गद्यांश क्यों पढ़ने चाहिए?

हमें अपठित गद्यांश पढ़ने चाहिए क्योंकि इससे हमारी पढ़ाई में सुधार होता है। ये हमारे व्यापक ज्ञान को बढ़ाते हैं और हमारी सोचने की क्षमता को विकसित करते हैं। जब हम इन अपठित गद्यांशों को पढ़ते हैं, तो हमारा ध्यान बढ़ता है और हमें बेहतरीन जवाब देने की क्षमता मिलती है। इसके साथ हमारी भाषा को समझने में भी सुधार होता है।अपठित गद्यांश कैसे पढ़ें?

अगर तुम अपठित गद्यांश पढ़ना चाहते हो तो तुम्हें ध्यान से पढ़ना होगा। सबसे पहले, गद्यांश को अच्छे से पढ़ो। अगर तुम गद्यांश के अर्थ को समझ रहे हो तो तुम उसका जवाब दे सकते हो। और अगर तुम कोई शब्द नहीं समझ रहे हो तो तुम पूछ सकते हो। अपठित गद्यांश पढ़ने से तुम्हारा व्यापक ज्ञान बढ़ेगा और तुम अपनी भाषा में बेहतरीन उत्तर दे सकोगे।

अपठित गद्यांश के लाभ

अपठित गद्यांश पढ़ने से हमें कई लाभ मिलते हैं। यह हमारी व्यापक ज्ञान को बढ़ाते हैं, हमारी सोचने की क्षमता को विकसित करते हैं और हमारी शब्दावली को भी मजबूत करते हैं। इसके साथ ही हमारा  पठन कौशल भी सुधारता है। इसलिए बच्चों, इन अपठित गद्यांशों को पढ़कर आपको पढ़ाई में मज़ा आएगा।

अपठित गद्यांश को हल करने से पूर्व निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए।

अपठित  गद्यांश को ध्यान से २-३ बार पढ़ना चाहिए जिससे कि  इसमें लिखी बातें अच्छी तरह समझ में आ जाए  | जब अपठित  गद्यांश में दी गयी सारी  जानकारी  समझ आ जाए तब  प्रश्नों के उत्तर ढूंढ़कर लिखना शुरू कर देना चाहिए। प्रश्नों के उत्तर लिखने से पहले उन्हें ध्यान से पढ़ना चाहिए ताकि उनका उत्तर ठीक प्रकार से लिख पाएं। 

अपठित गद्यांश पर आधारित प्रश्नों एवं उत्तरों के अभ्यास से  पढ़ने -लिखने और समझने की शक्ति का विकास होता है।

१. गद्यांश को २-३ बार ध्यान से पढ़ना चाहिए।

२. पूछे गए प्रश्नों को भी २-३ बार ध्यान से पढ़ना चाहिए।

३. प्रश्नों के उत्तर स्पष्ट और संक्षिप्त होना चाहिए।

विभिन्न कक्षाओं के लिए अपठित गद्यांश

अपठित गद्यांश विभिन्न कक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं। इनकी मदद से हम विभिन्न विषयों में अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं। जैसे कि हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, और सामाजिक विज्ञान आदि। हर कक्षा के छात्रों को इन अपठित गद्यांशों का पाठ पढ़ना चाहिए ताकि उनकी पढ़ाई में सुधार हो सके। इसी ज्ञान को बढ़ाने के लिए हम ले कर आये है 40+ अपठित गद्यांश (40+ Unseen Passage in Hindi) जो कि अपने आप में अद्भुत गद्यांशों का खजाना है।

कक्षा 1 के लिए अपठित गद्यांश (Apathit Gadyansh for Class 1)

कक्षा 1 के लिए अपठित गद्यांश पर आधारित प्रश्न और उत्तर:

अपठित गद्यांश – 1

राज के पास किट्टी नाम की एक पालतू बिल्ली है। वह  सफेद और भूरे रंग की  है । राज  को अपने  घर के पिछवाड़े में  किट्टी के साथ खेलना पसंद है। वे दोनों साथ में तितलियों का पीछा करते हैं और घास में लौटते हैं। जब राज उसे पकड़ता  है तो किट्टी उसे घूरने  लगती  है। राज अपनी बिल्ली से बहुत प्यार करता है।

प्रश्न:

प्रश्न -१. राज  की पालतू बिल्ली का नाम क्या है?
प्रश्न -२. किट्टी किस रंग की है?
प्रश्न -३. राज और किट्टी कहाँ खेलते हैं?
प्रश्न-४. जब राज उसे पकड़ता  है तो किट्टी  क्या करती है?

उत्तर:

१. राज  की पालतू बिल्ली का नाम किट्टी है।

२. किट्टी सफेद और भूरे रंग की है।

३. राज और किट्टी अपने  घर के पिछवाड़े में खेलते हैं।

४. जब राज उसे पकड़ता है तो किट्टी उसे घूरने लगती  है।

अपठित गद्यांश – 2

एक बार एक छोटा सा आम का पेड़ अपनी कहानी सुना रहा था। वह कह रहा था, “मैं पहले छोटा सा बीज था। फिर मैं पानी, मिट्टी और सूरज की मदद से बड़ा हो गया। अब मैं बहुत ऊँचा और खुश हूँ।”

प्रश्न:

प्रश्न – १. आम का पेड़ क्या सुना रहा था?
प्रश्न – २. आम का पेड़ पहले क्या था?
प्रश्न – ३. आम के पेड़ ने बड़ा होने के लिए किन चीजों की मदद ली?

उत्तर:

१. आम का पेड़ अपनी कहानी सुना रहा था।

२. आम का पेड़ पहले छोटा सा बीज था।

३. आम के पेड़ ने बड़ा होने के लिए पानी, मिट्टी और सूरज की मदद ली।

कक्षा 1 के लिए अपठित गद्यांश का अभ्यास कार्यपत्रक
(Unseen Passage in Hindi Practice Worksheets for Grade 1)

Apathit Gadyansh for class 1: स्लेज
Apathit Gadyansh for class 1: मेरा प्यारा घर
Apathit Gadyansh for class 1: फूल और बगीचा

कक्षा 2 के लिए अपठित गद्यांश (Apathit Gadyansh for Class 2)

कक्षा 2 के लिए अपठित गद्यांश पर आधारित प्रश्न और उत्तर:

अपठित गद्यांश – 1

एक बंदर जंगल में खेल रहा था। वह एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर कूद रहा था। दूसरे पेड़ पर पहुंचते ही उसने वहां बहुत सारे फल देखे। उसने एक बड़े से अमरूद को छोड़कर एक छोटे से बेर को पकड़ा। वह खुशी से नाच रहा था।

प्रश्न:

प्रश्न – १. बंदर कहाँ खेल रहा था ?
प्रश्न – २. बंदर कहाँ कूद  रहा था ?
प्रश्न – ३. बंदर ने क्या देखा ?
प्रश्न – ४. बंदर ने कौन सा फल पकड़ा ?
प्रश्न – ५. बंदर खुशी से क्या करने लगा ?

उत्तर:

१. बंदर जंगल में खेल रहा था। 

२. बंदर एक पेड़ से दूसरे पेड़ पर कूद रहा था। 

३. बंदर ने बहुत सरे फल देखे। 

४. बंदर ने एक छोटे से बेर को पकड़ा। 

५. बंदर खुशी से नाचने लगा। 

अपठित गद्यांश – 2

आज रानी पिकनिक पर जा रही है। वह चिड़ियाघर घूमने जा रही है। वह सभी जानवरों को देखने के लिए उत्साहित है। रानी का पसंदीदा जानवर जिराफ़ है। वह उसकी लंबी गर्दन और धब्बों से प्यार करती है। रानी को उम्मीद है कि वह आज जिराफ़ों को खाना खिला पाएगी । वह तस्वीरें लेने के लिए अपना कैमरा साथ लेकर जा रही है ।

प्रश्न:

प्रश्न -१. आज रानी कहाँ जा रही है?
प्रश्न -२. रानी का पसंदीदा जानवर कौन सा है?
प्रश्न -३. रानी को जिराफ़ के बारे में क्या पसंद है?
प्रश्न -४. रानी चिड़ियाघर में तस्वीरें लेने के लिए क्या ले कर जा रही है?

उत्तर:

१. आज रानी पिकनिक पर चिड़ियाघर जा रही है।

२. रानी का पसंदीदा जानवर जिराफ़ है।

३. रानी को जिराफ़ की लंबी गर्दन और धब्बे पसंद हैं।

४. रानी चिड़ियाघर में तस्वीरें लेने के लिए कैमरा ले कर जा रही है।

कक्षा 2 के लिए अपठित गद्यांश का अभ्यास कार्यपत्रक
(Unseen Passage in Hindi Practice Worksheets for Grade 2)

Apathit Gadyansh for class 2: सेब का बगीचा
Apathit Gadyansh for class 2: राज और राहुल
Apathit Gadyansh for class 2: राजकुमार सिद्धार्थ और हंस

कक्षा 3 के लिए अपठित गद्यांश (Apathit Gadyansh for Class 3)

कक्षा 3 के लिए अपठित गद्यांश पर आधारित प्रश्न और उत्तर:

अपठित गद्यांश – 1

एक भालू और एक खरगोश एक साथ एक जंगल में रहते थे। वे एक दिन अपनी मित्रता की कहानी एक-दूसरे को सुना रहे थे। भालू ने कहा, “हमें कभी लड़ाई नहीं करनी चाहिए। हमेशा एक दूसरे की सहायता करनी चाहिए।”

खरगोश ने यह सुनकर कहा, “तुम सही कह रहे हो। हम दोनों मिलकर बहुत काम कर सकते हैं। हमारी मित्रता हमें मजबूत बनाती है।”

प्रश्न:

प्रश्न – १. कौन-कौन से जानवर एक साथ रहते थे?
प्रश्न – २. भालू ने क्या कहा?
प्रश्न – ३. मित्रता किसे मजबूत बनाती है?

उत्तर:

१. भालू और खरगोश एक साथ रहते थे।

२. भालू ने कहा कि हमें कभी लड़ाई नहीं करनी चाहिए, हमेशा एक दूसरे की सहायता करनी चाहिए।

३. मित्रता हमें मजबूत बनाती है।

अपठित गद्यांश – 2

एक तपती दोपहर, सुमन और उसके दोस्तों ने पास के जंगल घूमने का फैसला किया। उन्होंने  अपने साथ खाने के लिए कुछ नाश्ता रखा , अपनी लंबी पैदल यात्रा के लिए जूते पहने, और अपने साहसिक कार्य पर निकल पड़े। जैसे ही उन्होंने जंगल में प्रवेश किया, ऊंचे पेड़ों और पक्षियों की मधुर चहचहाहट ने उनका स्वागत किया। उन्होंने एक संकरी पगडंडी पर जाने का निर्णय लिया जो उन्हें जंगल में और अंदर ले गई।  सुमन  ने रास्ते में खिले हुए रंग-बिरंगे जंगली फूलों को देखा। अचानक उन्हें सरसराहट की आवाज सुनाई दी। उन्होंने पीछे मुड़कर देखा तो झाड़ियों के बीच से एक हिरण शालीनता से उछल रहा था। उत्साह से, उन सबने अपनी खोज जारी रखी और एक ठंडे पानी के झरने के पास आ गए। उन्होंने अपने पैरों को ठंडे पानी में डुबोया और एक-दूसरे पर चंचलता से छींटे मारे। कुछ देर आराम करने के बाद, वे अपने वन भ्रमण की साहसिक यादों को संजोते हुए और अपने ऊपर गर्व महसूस करते हुए घर वापस आ गए।

प्रश्न:

प्रश्न – १. सुमन  और उसके दोस्तों ने कहाँ घूमने का फैसला किया?
प्रश्न – २. सुमन ने जंगल में प्रवेश करते ही क्या सुना?
प्रश्न – ३. उन्होंने रास्ते में क्या देखा?
प्रश्न – ४. जब उन्होंने अपनी खोज जारी रखी तो उन्होंने क्या पाया?
प्रश्न – ५. सुमन और उसकी सहेलियों को उनके वन साहसिक कार्य के बारे में कैसा लगा?

उत्तर:

१. सुमन और उसके दोस्तों ने जंगल घूमने का फैसला किया।

२. सुमन ने जंगल में प्रवेश करते ही पक्षियों की मधुर चहचहाहट सुनी।

३. उन्होंने रास्ते में खिले हुए रंग-बिरंगे जंगली फूलों को देखा।

४. जब उन्होंने अपनी खोज जारी रखी तो उन्होंने एक ठंडे पानी के झरने को पाया 

५. सुमन और उसकी सहेलियों को उनके वन साहसिक कार्य के बारे में गर्व महसूस हुआ।

कक्षा 3 के लिए अपठित गद्यांश का अभ्यास कार्यपत्रक
(Unseen Passage in Hindi Practice Worksheets for Grade 3)

Apathit Gadyansh for class 3: स्वतंत्रता
Apathit Gadyansh for class 3: सफर
Apathit Gadyansh for class 3: शेर

कक्षा 4 के लिए अपठित गद्यांश (Apathit Gadyansh for Class 4)

कक्षा 4 के लिए अपठित गद्यांश पर आधारित प्रश्न और उत्तर:

अपठित गद्यांश – 1

पेड़ और पौधों की जगह हमारे प्राकृतिक संसाधनों में महत्वपूर्ण हैं। यह हमें श्वास लेने के लिए ऑक्सीजन और भोजन के लिए फल और सब्जियाँ प्रदान करते हैं। पेड़-पौधे हमारे पर्यावरण को भी सुंदर और हरा – भरा बनाए रखते हैं। इनके बिना हमारा जीवन असम्भव हो जाएगा। हमें इन्हें बचाने और बढ़ाने के लिए जिम्मेदारी लेनी चाहिए।

प्रश्न:

प्रश्न – १. पेड़ और पौधों की क्या महत्वता है?
प्रश्न – २. पेड़-पौधों के बिना हमारा जीवन कैसे होगा?
प्रश्न – ३. हमें क्या करना चाहिए ताकि हम पेड़ और पौधों को बचा सकें और उन्हें बढ़ा सकें?

उत्तर:

१. पेड़ और पौधे हमारे प्राकृतिक संसाधनों में महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे हमें ऑक्सीजन उपलब्ध कराके श्वास लेने में मदद करते हैं और भोजन के लिए फल और सब्जियाँ प्रदान करते हैं।

२. पेड़-पौधों के बिना हमारा जीवन असम्भव होगा क्योंकि हमें उनसे मिलने वाली विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति नहीं हो पाएगी।

३. हमें पेड़ और पौधों को बचाने और उन्हें बढ़ाने के लिए जिम्मेदारी लेनी चाहिए। हमें उनका पौधा रोपण करना चाहिए और पेड़-पौधों की रक्षा करने के लिए नए पेड़ लगाने चाहिए।

अपठित गद्यांश – 2

बंदर और खरगोश एक जंगल में रहते थे। वे बहुत अच्छे दोस्त थे और साथ-साथ खेलते रहते थे। एक दिन उन दोनों ने नदी के पास जाकर खेलने की योजना बनाई। उन्होंने पास की एक नदी के पास मज़े करने की सोची। वे दोनों नदी के किनारे पहुँचे और मज़े करने लगे।

खेलते खेलते बंदर एक पेड़ पर चढ़ गया और खरगोश नदी के किनारे बैठा गया। बंदर ने खरगोश को ऊपर से देखा और बोला, “तुम क्यों नहीं नहा रहे हो ? नदी में तैरना तो बहुत मज़ेदार होता है।” खरगोश ने मुँह बनाते हुए कहा, “मैं तैरना नहीं जानता। मुझे पानी में जाना पसंद नहीं है।”

इसके बाद, बंदर ने खरगोश को नदी में तैरने के लिए प्रोत्साहित किया। खरगोश ने घबराकर कहा, “क्या तम्हे लगता है मुझे पानी में जाना चाहिए।? मुझे डर लग रहा है।” बंदर ने खरगोश को शान्त करने की कोशिश की और कहा, “जब तुम कोई नया काम सीखने के लिए तैयार हो, थोड़ा सोचो और आगे बढ़ो। घबराओ मत।” खरगोश ने सोचा और फिर बंदर की बात मान ली।

खरगोश ने नदी में तैरना सीख लिया और वह बंदर के साथ बहुत मज़े करने लगा। वे दोनों बहुत खुश थे क्योंकि खरगोश नया कौशल को सीखने के लिए तैयार था और उन्होंने एक-दूसरे का साथ दिया।

प्रश्न:

प्रश्न – १. बंदर और खरगोश किस जगह में रहते थे?
प्रश्न – २. बंदर और खरगोश ने क्या करने की योजना बनाई?
प्रश्न – ३. खरगोश को नदी में तैरना क्यों पसंद नहीं था?
प्रश्न – ४. बंदर ने खरगोश को कैसे प्रोत्साहित किया?

उत्तर:

१. बंदर और खरगोश एक जंगल में रहते थे।

२. उन दोनों ने नदी के पास जाकर खेलने की योजना बनाई।

३. खरगोश को पानी में जाना पसंद नहीं था।

४. बंदर ने खरगोश को नदी में तैरने और नए कौशल को सीखने के लिए प्रोत्साहित किया।

कक्षा 4 के लिए अपठित गद्यांश का अभ्यास कार्यपत्रक
(Unseen Passage in Hindi Practice Worksheets for Grade 4)

Apathit Gadyansh for class 4: फुटबॉल
Apathit Gadyansh for class 4: कुल्हाड़ी
Apathit Gadyansh for class 4: चुनमुन

कक्षा 5 के लिए अपठित गद्यांश (Apathit Gadyansh for Class 5)

कक्षा 5 के लिए अपठित गद्यांश पर आधारित प्रश्न और उत्तर:

अपठित गद्यांश – 1

माउंट एवरेस्ट, जिसे नेपाल में सागरमाथा के नाम से भी जाना जाता है, दुनिया की सबसे ऊंची चोटी है। 8,848 मीटर की प्रभावशाली ऊंचाई पर स्थित, यह दुनिया भर के पर्वतारोहियों और साहसी लोगों के लिए एक प्रतिष्ठित गंतव्य है। माउंट एवरेस्ट पर चढ़ना एक कठिन और चुनौतीपूर्ण उपलब्धि है जिसके लिए महीनों की तैयारी और उच्च स्तर की शारीरिक फिटनेस की आवश्यकता होती है।

शिखर तक की यात्रा लगभग 5,364 मीटर की ऊंचाई पर स्थित बेस कैंप से शुरू होती है। वहां से, पर्वतारोही खतरनाक बर्फबारी, खड़ी चट्टानों और अप्रत्याशित मौसम की स्थिति के माध्यम से नेविगेट करते हुए विश्वासघाती आरोहण की एक श्रृंखला शुरू करते हैं। उन्हें कुख्यात खुम्बू आइसफॉल का सामना करना पड़ता है, जो चढ़ाई का लगातार बदलता और खतरनाक हिस्सा है।

जैसे-जैसे पर्वतारोही ऊपर चढ़ते हैं, वे “मृत्यु क्षेत्र” का सामना करते हैं, जो 8,000 मीटर से ऊपर का क्षेत्र है जहाँ ऑक्सीजन का स्तर खतरनाक रूप से कम है, जिससे मानव शरीर के लिए कार्य करना बेहद मुश्किल हो जाता है। इस ऊंचाई पर, पर्वतारोहियों को ऊंचाई की बीमारी और अन्य जानलेवा स्थितियों का खतरा होता है। इन चुनौतियों के बावजूद, शिखर तक पहुंचने का आकर्षण साहसी लोगों को आकर्षित करता रहता है।

माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जिसके लिए अत्यधिक दृढ़ संकल्प, लचीलापन और टीम वर्क की आवश्यकता होती है। रास्ते में, पर्वतारोही अनुभवी शेरपा गाइडों पर भरोसा करते हैं, जिन्हें पहाड़ और उसके मार्गों का व्यापक ज्ञान है।

हालाँकि, माउंट एवरेस्ट पर चढ़ना जोखिम के बिना नहीं है। पहाड़ की कठोर प्रकृति ने पूरे इतिहास में कई पर्वतारोहियों के जीवन लेने का दावा किया है। हिमस्खलन, दरारें और अत्यधिक ठंड लगातार खतरे हैं। पर्वतारोहियों के लिए उपयुक्त गियर से सुसज्जित होना, कठोर प्रशिक्षण से गुजरना और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार निर्णय लेना महत्वपूर्ण है।

माउंट एवरेस्ट नेपाल के लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान रखता है। यह न केवल एक राजसी शिखर है बल्कि राष्ट्रीय गौरव और लचीलेपन का प्रतीक भी है। शेरपा लोग, जो पीढ़ियों से एवरेस्ट क्षेत्र में रह रहे हैं, पर्वतारोहियों का समर्थन करने और पहाड़ की अखंडता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

प्रश्न:

प्रश्न -१. माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई कितनी है?
प्रश्न -२. शिखर पर चढ़ने के दौरान पर्वतारोहियों को किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है?
प्रश्न -३. “मृत्यु क्षेत्र” क्या है और यह खतरनाक क्यों है?
प्रश्न -४. पर्वतारोही की यात्रा के दौरान उनकी सहायता कौन करता है?
प्रश्न -५. माउंट एवरेस्ट पर चढ़ना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि क्यों मानी जाती है?
प्रश्न -६. माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने से जुड़े कुछ जोखिम और खतरे क्या हैं?
प्रश्न -७. पर्वतारोहियों का समर्थन करने में शेरपा लोग क्या भूमिका निभाते हैं?

उत्तर:

१. माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8,848 मीटर है।

२. शिखर पर चढ़ना पर्वतारोहियों के लिए एक कठिन और चुनौतीपूर्ण उपलब्धि है जिसके लिए महीनों की तैयारी और उच्च स्तर की शारीरिक फिटनेस की आवश्यकता होती है।

३. “मृत्यु क्षेत्र”  जो 8,000 मीटर से ऊपर का क्षेत्र है जहाँ ऑक्सीजन का स्तर खतरनाक रूप से कम है, जिससे मानव शरीर के लिए कार्य करना बेहद मुश्किल हो जाता है। इस ऊंचाई पर, पर्वतारोहियों को ऊंचाई की बीमारी और अन्य जानलेवा स्थितियों का खतरा होता है।

४. पर्वतारोही उनकी यात्रा के दौरान अनुभवी शेरपा गाइडों पर भरोसा करते हैं, जिन्हें पहाड़ और उसके मार्गों का व्यापक ज्ञान है।

५. माउंट एवरेस्ट  पर पहुंचना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जाती है क्योंकि इसके लिए अत्यधिक दृढ़ संकल्प, लचीलापन और टीम वर्क की आवश्यकता होती है।

६. माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने से जुड़े कुछ जोखिम और खतरे हैं – पहाड़ की कठोर प्रकृति, हिमस्खलन, दरारें और अत्यधिक ठंड। 

७. शेरपा लोग, जो पीढ़ियों से एवरेस्ट क्षेत्र में रह रहे हैं, पर्वतारोहियों का समर्थन करने और पहाड़ की अखंडता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पर्वतारोही अनुभवी शेरपा गाइडों पर भरोसा करते हैं जिन्हें पहाड़ और उसके मार्गों का व्यापक ज्ञान है।

कक्षा 5 के लिए अपठित गद्यांश का अभ्यास कार्यपत्रक
(Unseen Passage in Hindi Practice Worksheets for Grade 5)

Apathit Gadyansh for class 5: लालची बनिया
Apathit Gadyansh for class 5: मोची और बोने
Apathit Gadyansh for class 5: सैनिक शिक्षा

संक्षेप में (in short)

  • अपठित गद्यांश का अर्थ होता है कि हमें उनको पढ़ना नहीं होता, बल्कि समझना होता है।
  • हमें अपठित गद्यांश पढ़ने चाहिए क्योंकि ये हमारी भाषा में सुधार करते हैं।
  • हमें अपठित गद्यांश को ध्यान से पढ़ना चाहिए और उसका मतलब अपनी भाषा में लिखकर उत्तर देना चाहिए।
  • इन गद्यांशों के पढ़ने से हमारा ज्ञान और सोचने की क्षमता बढ़ती है।
  • ये गद्यांश विभिन्न कक्षाओं के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

अपठित गद्यांश से जुड़े 5 महत्वपूर्ण सवालों के जवाब (FAQ)

  1. अपठित गद्यांश क्या होते हैं?
    • अपठित गद्यांश का अर्थ है- ऐसा गद्यांश या अनुच्छेद जिसे पहले पढ़ा या देखा न गया हो | इसके अंतर्गत किसी कहानी या निबंध का एक अंश दिया गया होता है जिसके आधार पर कुछ प्रश्न पूछे जाते हैं।
  1. अपठित गद्यांश पढ़ने से क्या फ़ायदा होता है?
    • अपठित गद्यांश पढ़ने से हमारी पढ़ाई में सुधार होता है, हमारा  ज्ञान बढ़ता है और हम बेहतर उत्तर दे पाते हैं।
  1. अपठित गद्यांश को कैसे पढ़ें?
    • अपठित गद्यांश को ध्यान से पढ़ें, उसका मतलब समझें, और अपनी भाषा में उत्तर दें।
  1. अपठित गद्यांश किसके लिए महत्वपूर्ण हैं?
    • अपठित गद्यांश हर कक्षा के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण हैं ताकि उनकी पढ़ाई में सुधार हो सके।
  1. अपठित गद्यांश से क्या सीखा जा सकता है?
    • अपठित गद्यांश से हमें विभिन्न विषयों में ज्ञान मिलता है और हमारी सोचने की क्षमता विकसित होती है।

कक्षा 1 से कक्षा 5 के लिए अपठित गद्यांश का अभ्यास कार्यपत्रक
(Unseen Passage in Hindi Practice Worksheets for Grade 1 to Grade 5)

सारांश (Summary)

इस ब्लॉग पोस्ट में हमने अपठित गद्यांश के बारे में बात की है और उसके लाभों पर ध्यान दिया है। अपठित गद्यांश हमें व्यापक ज्ञान, सोचने की क्षमता, और भाषा में सुधार प्रदान करते हैं। इसलिए, इन गद्यांशों को पढ़कर हम अपनी पढ़ाई को बेहतर बना सकते हैं।

🎉 धन्यवाद! 🎉


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